गीता के श्लोक और आधार को मन, कर्म और वचन से सुनें और अपने जीवन में उतारें

लव इंडिया, संभल। आज संभल के प्राचीन श्री कल्कि विष्णु मंदिर पर श्री रामलीला कमेटी संभल द्वारा आयोजित कल्कि संवाद का द्वितीय सत्र संपन्न हुआ. कल्कि संवाद के मुख्य वक्ता स्वामी कृष्णानंद जी महाराज राष्ट्रीय महासचिव भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान दिल्ली जो कि मिशन कर्मयोगी से जुड़े हैं जिनकी वर्तमान कर्मभूमि संभल कल्कि नगरी है. जिनका परिचय आयोजक अनंत अग्रवाल अध्यक्ष रामलीला कमेटी द्वारा उपस्थित अतिथिगण से कराने के उपरांत सभी उपस्थित अतिथिगण का परिचय मुख्य वक्ता से कराते हुए संचालक ने बताया कि वह मुख्य वक्ता द्वारा अपने श्रीमुख से सुनाये गए गीता के श्लोक और आधार को पूर्ण मन कर्म और वचन से सुने और अपने जीवन में उतारें.

मुख्य वक्ता स्वामी कृष्णानंद जी ने गीता के माध्यम से लोगों में समरसता और संगठन की भावना को जागृत करने का मंत्र दिया और बताया कि गीता का हर श्लोक प्रत्येक सनातनीय के लिए प्रसाद है. प्रत्येक सनातनी को गीता के माध्यम से अपने जीवन में वास्तविक बदलाव लाना होगा. गीता संदेश देती है कि जैसा कर्म करोगे वैसा ही आप फल पाओगे. लोगों में यह भावना हो गई है कि कर्म कोई और करें और फल उसे मिले. व्यक्ति को अपनी इस भावना का त्याग कर सेवा भाव को जागृत करना होगा और समाज को एकीकृत और संगठित करने के जो उपाय गीता ने हमें दिए हैं.

कहा कि उसको आत्मसात करते हुए धर्म के आधार पर विजय प्राप्त करने के लिए कूटनीति का प्रयोग करते हुए हमेशा धर्म को ऊपर रख हम सब सनातनियों को एक रहकर जीवन जीना होगा. हम सब एक रहेंगे तो सनातन मजबूत होगा और अगर हम वटेंगे. तो सनातन टूटेगा और जब सनातन टूटेगा तो देश टूटेगा देश की अखंडता को बनाए रखने के लिए गीता को अपने जीवन का सर बनाना बहुत जरूरी है.आज के जीवन में पवित्र गीता की सार्थकता को लाना अपने आप को तमाम पापों से मुक्त करना है और अपने को कर्म करने की ओर अग्रसर करना है. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ अरविंद गुप्ता ने की. संचालन रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अनंत अग्रवाल ने किया.

कल्कि निष्कलंक दल के राष्ट्रीय संयोजक कुलदीप गुप्ता एवं रामलीला कमेटी के प्रबंधक वैभव गुप्ता ने मंच को सुशोभित किया और अपने विचार प्रकट करते हुए गीता में अपना विश्वास व्यक्त किया और अपने जीवन को गीता के प्रति समर्पित करने का संकल्प लिया कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों के यथा भारतीय इतिहास संकलन समिति,विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागृति मंच, श्री माली सभा, श्री पंजाबी सभा, क्षत्रिय महासभा आदि के अमित पवार, विष्णु श्रीमाली,राजीव श्रीमाली,राजेश छाबड़ा, सुभाष मोंगिया, अभिषेक गुप्ता, पंकज सांख्यधर,वंश ठाकुर मनीष भटनागर, सीमा आर्य, बबीता भारद्वाज, नीलम वार्ष्णेय, नितिन गुप्ता कल्कि,राजकुमार गुरु,प्रभाकर शुक्ला, संजीव शुक्ला,दुष्यंत मिश्रा भरत मिश्रा आदि ने सहभागिता की.
