Tmu के प्रो. राजुल रस्तोगी को एशियन लीडरशिप अवार्ड

लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के टीएमयू हॉस्पिटल के सीनियर रेडियोलॉजिस्ट प्रो. राजुल रस्तोगी को एशियन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है। द यूनिवर्सल मीडिया और इन्साइट केयर मैगज़ीन के संयुक्त तत्वावधान में रेडिशन ब्लू, द्वारिका-नई दिल्ली में आयोजित थर्ड एशियाज़ लीडरशिप अवार्ड-2025 समारोह में बालीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री श्रीमती सोनाली बेंद्रे ने प्रो. रस्तोगी को इंडियाज़ लीडिंग हैल्थकेयर एजुकेशन इन्नोवेटर- 2025 अवार्ड दिया।

इस अवसर पर प्रो. रस्तोगी की सुपुत्री मिस भव्या रस्तोगी भी मौजूद रहीं। प्रो. रस्तोगी को रिसर्च, एकेडमिक्स और ट्रेनिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए यह सम्मान मिला है। प्रो. राजुल ने हैल्थ केयर एजुकेशन में रिसर्च, ट्रेनिंग, एक्सपर्ट टाक, इन्नोवेटिव आइडियाज़ इन एआई के क्षेत्र में विशेष कार्य किए हैं। अवार्ड समारोह में मेडिकल एजुकेशन के संग-संग योगा, मार्शल आर्ट, ज्योतिष आदि क्षेत्र में एशिया की जानी-मानी करीब 50 से अधिक हस्तियों को भी सम्मानित किया गया। समारोह में जाने-माने एथलीट श्री रोहन शाह की भी उल्लेखनीय मौजूदगी रही।
उल्लेखनीय है, प्रो. रस्तोगी को रेडियोलॉजी में 24 सालों का लंबा अनुभव है। वह 10 बरस से टीएमयू में अपनी सेवाएं दे रहे है। प्रो. रस्तोगी, 2024 में यूरोपियन कॉग्रेंस ऑफ रेडियोलॉजी- ईसीआर की ऑस्ट्रिया, इंटरनेशनल कॉग्रेंस ऑन एमआरआई- आईसीएमआरआई की साउथ कोरिया में इंटरनेशल कॉन्फ्रेंस के संग-संग आरआईसीओएन- 2024 की स्टेट कॉन्फ्रेंस, एशियन ओशियनियन कॉग्रेंस ऑफ रेडियोलॉजी- एओसीआर एवम् इंडियन रेडियोलॉजिकल इमेजिंग एसोशिएशन- आईआरआईए- 2025 की चेन्नई की नेशनल कॉन्फ्रेंस में अपने रिसर्च पेपर्स/व्याख्यान दे चुके हैं। प्रो. राजुल ने हाल ही में आईआईआईटी, हैदराबाद से एआई इन हैल्थकेयर का सर्टिफिकेट कोर्स भी किया है।

उल्लेखनीय है, प्रो. रस्तोगी के 201 पब्लिकेशन्स भी नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। लगभग 699 से अधिक शोधार्थी इनका संदर्भ ले चुके हैं। इसके अलावा रेडियोलॉजी एंड दीगर सब्जेक्ट्स बुक्स पर प्रो.राजुल के करीब 15 टेक्सट बुक्स में करीब 55 चौप्टर्स भी प्रकाशित हैं। इंटरनेशनल स्तर के छह और नेशनल स्तर के करीब एक दर्जन से अधिक अवार्ड भी प्रो. रस्तोगी की झोली में शामिल हैं। प्रो. राजुल अब तक 15 देशों की विजिट कर चुके हैं। वह करीब 110 विभिन्न नेशनल और इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में लगभग 200 से अधिक रिसर्च पेपर प्रस्तुत कर चुके हैं।