किसान की समृद्धि से देश समाज को और विकसित कर सकेंगे : श्रुति गंगवार

बरेली । भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर के संयुक्त निदेशालय प्रसार शिक्षा द्वारा किसान मेला एवं प्रदर्शनी में बरेली जनपद के बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित हुए। किसान मेला में नार्म हैदराबाद से क्षेत्र प्रशिक्षण के तहत आए 06 नए वैज्ञानिकों ने भी भाग लिया ।


मेला के उदघाटन अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि अर्बन कोऑपरेटिव बैंक, बरेली की अध्यक्षा श्रीमति श्रुति गंगवार (पुत्री संतोष गंगवार) ने कहा कि कृषि एवं किसान हमारे भारत वर्ष की आत्मा है। हमारी रूह है और जब तक हम समृद्ध किसान की बात नहीं करेंगे तब तक हम अपने देश का अपने समाज को विकसित करने की बात नहीं कर सकते। श्रुति गंगवार ने कहा कि आज हमें अपनी कृषि एवं पशुपालनको वैज्ञानिक तरीके से करने की जरूरत है और इसके लिए हमारे देश के वैज्ञानिक नित नए अनुसंधान में लगे रहते हैं।

उन्होने किसानों से कहा कि आई वी आर आई के वैज्ञानिकों आज आपके द्वार आए है। आपको अपनी समस्याओं को इन वैज्ञानिकों को बताना है। यह उसका समाधान बताएँगे। इसी प्रकार इन जानकारियों को हमको अपने कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र में उनका प्रयोग करना है। तभी हम विकसित भारत के संकल्प को पूरा कर सकते हैं।

उन्होने कहा कि जब तक हमारा किसान, हमारा कृषि क्षेत्र समृद्ध नहीं होगा, विकसित नहीं होगा तब तक हम एक विकसित भारत का सपना हमने देखा है 2047 तक वो पूरा नहीं हो पाएगा। हम सभी लोगों को मिलकर काम करना है। उन्होने आई वी आर आई के निदेशक एवं पूरी टीम को मेला आयोजन के लिए बधाई दी ।

इस अवसर पर संस्थान निदेशक डॉ त्रिवेणी दत्त ने कहा कि यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसमें आप लोगों से हमें सीखने को मिलता है और हमें आप लोगों को सिखाने का मौका मिलता है। उन्होने कहा कि इन किसान मेलों से एक तो जहां किसानों के बीच संवाद कायम होता है वहीं दूसरी ओर किसानों को पशुपालन की नवीन तकनीक के बारे में भी जानकारी दी जाती है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार तथा उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीमों की जानकारी हमारे किसान एवं पशु पालक भाइयों को मिलती है। उन्होने किसानों एवं पशु पालकों के कहा कि आप निरंतर संस्थान के संपर्क बनाए रखिए।


डॉ त्रिवेणी दत्त ने आगे बताया कि भारत सरकार द्वारा पशु पालकों के पशुओं का विभिन्न बीमारियों का निशुल्क टीकाकरण हो रहा है। इसके अतिरक्त किसान एवं पशुपालक भाइयों के लिए कई स्कीम संचालित कि जा रही है । 03 से लेकर 18 अक्टूबर तक भारत सरकार ने एक बहुतमहत्वपूर्ण कदम उठाया है जिसमें विकसित संकल्प कृषि अभियान के तहत सभी हमारे वैज्ञानिक बंधु, रामपुर, बरेली और बदायूं जनपद में उत्तर प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के साथआप लोगों के पास आएंगे।


संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ रूपसी तिवारी ने कहा हमारा मुख्य उद्देश्य यह है कि हम आपको यह बता पाए की संस्थान ने पशुपालन और पशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या प्रगति की है और इन प्रगति का लाभ आप किस प्रकार से ले सकते हो। आप पशु नस्ल प्रबंधन, पशु का स्वास्थ्य प्रबंधन कैसे आप करें। परजीवी रोग क्या होते है। अगर आपका पशु इससे ग्रस्त हो तो आप उसको कैसे निदान करेंगे या फिर जैविक खेती की क्या विधियां है? सरकारी योजनाएं ऋण की सुविधाएं जो स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हसबेंडरी है। उसकी जो स्कीम हैं उनकी जानकारी आप तक पहुचे ।

डॉ रूपसी तिवारी ने कहा कि ग्राम सिमरा अजूबी बिथरी चैनपुर में किसान मेला पहली बार लगाया है। इससे पहले भी हमने इस गाँव में कई प्रकार के कार्यक्रम किए हैं। इसके अतिरिक्त कृषि विज्ञान केंद्र की भी यहां पर समय-समय पर गतिविधियां चलती रहती हैं।

इस अवसर पर उन्होने संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न मोबाइल एप, यू ट्यूब तथा पॉडकास्ट द्वारा दी जाने वाली जानकारी के बारे में विस्तार से बताया ।
इससे पूर्व संस्थान के वैज्ञानिकों जिनमें डॉ हीरा राम ने पशुओं में होने वाले परजीवी रोग तथा डॉ हरिओम पांडे द्वारा भैंसों कि उन्नत नस्लें तथा डॉ के महेन्द्रन ने पशुओं बीमारी के बारे में बताया ।

इस अवसर पर किसानों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजयी किसानों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र दिये गए । मेला के आयोजन में प्रसार शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एच आर मीना, डॉ महेश चन्द्र, डॉ विश्वबंधु चतुर्वेदी, डॉ नेहा, आर एल सागर डॉ शार्दूल आदि अधिकारियों का विशेष योगदान रहा।

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