डब्ल्यूएचओ ने कहा- ठोस कार्रवाई नहीं की तो हैजा से भारी तबाही की आशंका

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संयुक्त राष्ट्र ने 43 देशों में एक अरब लोगों को हैजा फैलने के खतरे की चेतावनी दी है। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि उसके पास हैजा प्रकोप से लडऩे के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। समय के साथ स्थिति और अधिक बिगड़ जाएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन और बच्चों की एजेंसी यूनिसेफ के बीच, संयुक्त राष्ट्र संक्रामक बीमारी से लडऩे के लिए 6.40 करोड़ डॉलर की मांग कर रहा है, अगर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई तो हैजा से भारी तबाही की आशंका है।

वैश्विक हैजा प्रतिक्रिया बल के प्रबंधक ने कहा कि डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि 43 देशों में एक अरब लोगों को हैजा का खतरा है और इस वर्ष अब तक 24 देशों में हैजे के प्रकोप की सूचना मिली है, पिछले वर्ष मई के मध्य तक यह संख्या 15 थी। हालांकि, हालात यहां तक पैदा हो रहे हैं कि जो देश हैजे से कभी प्रभावित नहीं होते थे, इस बार वे देश भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस मामले की मृत्यु दर सामान्य से कहीं अधिक है। जलवायु परिवर्तन के मामलों में वृद्धि के साथ-साथ जनसंख्या विस्थापन को भी जिम्मेदार ठहराया, जो लोगों को भोजन और पानी के सुरक्षित स्रोतों और चिकित्सा सहायता से दूर ले जाता है।

और यह हैं हैजा के लक्षण

डायरिया, उल्टी और मतली, सुस्ती, डिहाइड्रेशन, मांसपेशियों में ऐंठन, तेज पल्स, इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन, अत्यधिक प्यास, सूखी स्किन और सूखा मुंह लक्षणों में शामिल हैं. हैजा से होनेवाला डायरिया आम तौर पर अचानक शुरू होता है और जल्दी डिहाइड्रेशन के खतरनाक स्तर का कारण बन सकता है. हैजा संबंधित डायरिया को दूसरी बीमारियों के कारण डायरिया से अंतर करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन हैजा में, आपका डायरिया पीला, दूधिया रूप हो सकता है.

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