Hazrat Ali Day पर फैज गंज से निकाला गया जुलूस
लव इंडिया, मुरादाबाद। खुदा के घर में पेदा और दोशे नबी पर अली का मरतबा अल्लाहहु अकबर सुन्नी समुदाय की ओर से अज़ीमुश्शान महफिले जश्न एवं जुलूस आज 13 रजब उल मुरज्जब के मुबारक मौके पर सारी कायनात में हज़रत अली शेरे खुदा अ.की यौमे विलादत पर खुशियाँ मनाई जाती हैं और चिरागाँ किया जाता है। यह मुबारक दिन है जिसमें नाईबे खत्मे रसूल स. खानाए काबा में तशरीफ लाये तमाम मोमिनीनहज़रात अपने घरो में जश्ने आमदे हज़रत मौला अली अलैहिस्सलाम से महफिल सजाते हैं और फैज़ाने अली मुतूर्जा से अपने दामन को भरते हैं।
खानकाहे नियाजिया बरैली शरीफ के सज्जादा नशीन अल हाज हजरत शाह मुहम्मद मेंहदी मियाँ साहब किब्ला की सरपरस्ती में हजरत मौला अली शेरे खुदा मुश्किल कुशा के यौमे विलादत के मुबारक मौके पर नियाज़ी वैल्फेयर सोसईटी के ज़ेरे एहतमाम काशानये नियाज़िया ज़िया मंज़िल फेज़ गंज खानकाह ए नियाज़िया बरैली शरीफ के खलीफा सय्यद सलमान मियाँ निज़ामी नियाज़ी साहब की सदारत में हर साल की तरहइस साल भी महफिले जश्ने विलादत हज़रत अली अलै. मुनक्किद की गई। इस जश्न में खानकाहे नियाज़िया से साहबजादे ताहिर मियाँ नियाज़ी साहब अस्करी मियाँ नियाज़ी साहब जुनैदी मियाँ नियाज़ी साहब महमाने खुसूसी बन कर तशरीफ लाये। इस मौके पर शहर की सभी दरगाहों के सज्जादगान भी तशरीफ लाये जनाब हयातुन्नबी खाँ साहब जनाब अली नईम चिश्ती साहब जनाब हाफ़िज़ इफतेखर साबरी, सय्यद शिवली मियाँ, साहब सय्यद कमाल मियाँ बब्बू साहब सूफी सिब्ते नबी साहब इस नुरानी महफिल का आगाज़ अमरोहा से आये मश्हूर कव्वाल अबसर हुसैन व उन केहमनवाओ ने मौला की शान में कलाम पेश करते हुए किया इस के बाद दीगर कव्वाल हज़रात ने भी मौला की शान में कलाम पेश किये हुजूर किब्ला हजरत शाह नियाज़ दे नियाज रजी० का कलाम पेश किया गया।
ज़हे इज़्ज़ो जलाले बु तुरावे फखरे इन्सानी अलीये मुर्तुज़ा मुशकिल कुशाए शेरे यज़दाने कव्वाली मुकम्मल होने के बाद सय्यद सलमान मियाँ नियाज़ी साहब ने मुखतसर तकरीर फरमाई जिस में आप ने फरमाया के मौलाये कायनात हज़रत अली मुशकिल कुशा की शान बयान करना किसी बशर के बस की बात नहीं जो खानए काबे में पैदा हुए और मस्जिद में शहीद हुए खुदा और रसूल स. खुद उन की तारीफ करते हैं।
उस के बाद मौला अली अलै० की शान में सलातो सलाम पेश किया गया और सय्यद सलमान मियाँ साहब ने नज़ पेश की और कौमाको तरक्की व सलामती और मुल्क में अमनों अमान के लिये दुआ फरमाई। इस मौके पर आशिकाने अली अलै. ने शिरकत फरमाई।
इस मौके पर सय्यद जमील मियाँ नियाज़ी सय्यद अम्मार मियाँ नियाज़ी सय्यद तकी हसन मियाँ नियाज़ी सय्यद फरीद मियाँ नियाज़ी एड० सय्यद ताबिश हसन नियाज़ी सय्यद निजाम हसन नियाज़ी नियाज़ हसन मियाँ नियाज़ी सय्यद मोईन मियाँ नियाज़ी सय्यद इमरान नियाज़ी हस्नैन नियाजी अली हसन नियाज़ी सय्यद फैज़ी मियाँ नियाज़ी रहबर नियाज़ी सय्यद सफदर मियाँ नियाज़ी सय्यद यासर एड० नियाज़ी सय्यद ज़िया मियाँ नियाज़ी नुरुल हसन नियाज़ी सज्जाद हसन नियाज़ी अहमद हसन नियाज़ी नाज़ वी फातिमा और अलीज़ा बी जेसी मासूम बच्चियों ने मौला से अकीदत का इजहार किया।
जुलूस बाद नमाज़े असर बानिये जुलूस सय्यद सलमान मियाँ नियाज़ी साहब की कयादत में काशानए नियाज़िया फैज़ गंज से निकाला गया। जिस में शामिल लोगों ने नये कपड़े पहने हुये थे और रंग बिरंगे झण्ड़े एवं बैनर अपने हाथो में उठा रख्खे थे। ये जुलूस बहुत ही अदबो एहतेराम से दुरूदो सलाम पढ़ते हुए नारये हैदरी की सदाये बुलन्द करते हुए शुरू हुआ। ऐसा महसूस हो रहा था कि पुरा शहर हज़रत मौला अली अ. के जश्ने विलादत में डूबा हुआ है हर तरफ से नारये हैदरी की सदाये गुंज रहीं थी सभी खदिमाने मौला अली पुर कैफ नज़र आ रहे थे जुलूस जीआईसी चौराहे से होता हुआ प्रिंस रोड़ पहुँचा जहाँ मुगल विला शादी हाल पर अन्जुमन गुलामाने गरीब नवाज़ के सदर आज़म नियाज़ी उर्फ बब्लू ने जुलूस का कॉफी पिलाकर व मिठई तकसीम कर के जुलूस का स्वागत किया इस मौके पर खादिम हस्नैन नियाज़ी दानिश वारसी हाफिज दाउद मो. आसिफ बिलाल नियाजी हैदर वारसी मो० समीर मो० नाज़िम नियाज़ी मौ. अज़ीमुददीन बिलाल वारसी वगैरा लोग मौजूद रहे।
अन्सार इन्टर कॉलेज के सामने खादिमें वारिस पाक कमेटी ने जुलूस का चाये पिलाकर स्वागत किया। वहा मोजूद अनीस वारसी रिज़वान वारसी हसन वारसी हबीब वारसी राशिद वारसी आदिल वारसी आदी मौजूद रहे। इस के बाद यह जुलूस इन्द्र चौक होता हुआ गलशहीद पहुँचा जहाँ मेराज अशरफी व सिराज अशरफी ने अपने साहिबजादो के साथ जुलूस का चाये पिलाकर स्वागत किया। वहा से दुरूदो सलाम पढ़ते हुए नारये हैदरी की सदाये बुलन्द करते हुए ईदगाह हज़रत सय्यद शाह मुकम्मल साहब की दरगाह में पहुँचा जहाँ बानिये जुलूस हज़रत सय्यद सलमान मियाँ नियाज़ी साहब की दरगाह के सज्जादा नशीं शिब्ली मियाँ व गुल्लू मियाँ सरवर मियों ने दस्तारबन्दी की और सभी हाज़ीन का कॉफी पिलाकर स्वागत किया।
इशा की नमाज़ के बाद कुल शरीफ पढ़ा गया एवं नियाज़ी वैल्फेयर सोसाईटी के अराकीन ने सलातो सलाम पेश करने के बाद हज़रत सय्यद सलमान मियाँ नियाज़ी ने कौमो मिल्लत व मुल्क में अमनो अमान और हाज़िरीने महफिल की जुम्ला परेशनियों से निजात की दुआ फरमाई इस के बाद नियाज़ी वैल्फेयर सोसाईटी की जानिब से तर्बडुक तकसीम किया गया।इस मौके पर सय्यद जमील मियाँ नियाज़ी सय्यद अम्मार मियाँ नियाज़ी सय्यद तकी हसन मियाँ नियाज़ी सय्यद फरीद मियाँ नियाज़ी एड. सय्यद ताबिश हसन नियाज़ी सय्यद निज़ाम हसन नियाज़ी सय्यद नियाज़ हसन मियाँ नियाज़ी सय्यद मोईन मियाँ नियाज़ी सय्यद मियाँ नियाजी हुसैन अली नियाज़ी इमरान नियाज़ी हस्नैन नियाज़ी अली हसन नियाज़ी सय्यद फैज़ी मियाँ नियाज़ी रहबर अनवर अली रिज़वी नियाज़ी सय्यद सफदर मियाँ नियाजी सय्यद यासर एड. नियाज़ी सय्यद ज़िया मियाँ नियाजी नूरुल हसन नियाज़ी अहमद हसन नियाज़ी ने मौला से अकीदत का इज़हार किया।
नियाज़ी वैल्फेयर सोसाईटी के नदीम नियाज़ी शहज़ाद नियाज़ी जमीर नियाज़ी आज़म नियाज़ी बब्बू नाज़िम नियाज़ी जुबैर अली नियाज़ी आज़म नियाज़ी अमान नियाज़ी जुबैर नियाज़ी शूएब नियाज़ी हाफिज़ गुलाब नियाज़ी अनस नियाज़ी रागिब नियाज़ी सलीम नियाजी वसीम नियाज़ी हामिद नियाज़ी खादिम नियाज़ी नियाज़ी दानिश नियाज़ी समर नियाज़ी जावेद नियाज़ी हनीफ नियाज़ी अलताफ नियाज़ी हसन नियाज़ी फहद नियाजी अली अमान मो. कैफ हैदर नियाज़ी गुलाम हुसैन नियाजी सज्जाद नियाजी रब रख्ख समद नियाज़ी यासर नियाज़ी उमेर नियाज़ी फराज़ नियाज़ी आदि रहे।