अच्छाई और कुरीतियों को कलाकृतियों के माध्यम से समाज को नई दिशा प्रदान करता है कलाकार: Prof. Charu
लव इंडिया मुरादाबाद। गोकुलदास हिंदू गर्ल्स कॉलेज में उत्कर्ष ललित कला अकादमी के सहयोग से चित्रकला विभाग एवं गृह विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में चल रही 15 दिवसीय कार्यशाला के ग्यारहवें दिन का शुभारंभ प्राचार्य प्रोफेसर चारु मेहरोत्रा के प्रेरणादायक एवं सारगर्भित संबोधन से हुआ।

प्राचार्या ने छात्राओं द्वारा किए जा रहे रचनात्मक कार्य की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि कला वास्तव में अपने हृदय के उद्गारों को दूसरों तक पहुँचाने का सफल माध्यम है। कलाकार समाज की अच्छाइयों और कुरीतियों को अपनी कलाकृतियों के माध्यम से अभिव्यक्त कर समाज को नई दिशा प्रदान करता है। वास्तव में कलाकार समाज का वरदान है, जो आमजन की भावनाओं को आवाज देता है।

आज की कार्यशाला में मधुबनी आर्ट एवं पिछवई पेंटिंग का डेमोंस्ट्रेशन प्रेरणा शर्मा एवं फेविकिल हॉबी एक्सपर्ट टीचर रीता अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत किया गया। छात्राओं को बताया गया कि मधुबनी पेंटिंग बिहार के मिथिला क्षेत्र की प्राचीन धरोहर है, जिसमें पौराणिक कथाएँ, राम-सीता विवाह, लोकजीवन और धार्मिक प्रसंगों का चित्रण विशेष रूप से किया जाता है।

इसके साथ ही पिछवई पेंटिंग की जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजिका डॉ. प्रेमलता कश्यप ने बताया कि यह कला मंदिर सजावट, धार्मिक अनुष्ठान एवं भक्ति से जुड़ी है। छात्राएँ छोटे-छोटे आर्टिकल बनाकर इसे स्व-व्यवसाय के रूप में भी अपना सकती हैं। कार्यक्रम की सहसंयोजी का श्रीमती तबस्सुम एवं यशिका प्रजापति ने विशिष्ट सहयोग दिया साथ ही मोल्डइट (मिट्टी) माध्यम से आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाने का भी प्रशिक्षण दिया गया।

महाविद्यालय में उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें प्रथम इफरा नूर द्वितीय फायजा बी एवं तृतीय स्थान पर नेहा आशकार रही। प्राचार्या प्रोफेसर चारु मेहरोत्रा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा देश निरंतर तरक्की कर रहा है अवश्य ही भारत डिजिटल एवं विकसित भारत के नाम से जाना जाएगा।

उन्होंने बताया कि शासन द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य सभी युवा वर्ग को प्रौद्योगिकी युक्त भविष्य के लिए तैयार करना है। प्रतियोगिता का आयोजन डॉक्टर सविता अग्रवाल एवं श्रीमती शिवानी गुप्ता ने कराया निर्णायक मंडल में प्रोफेसर किरण त्रिपाठी एवं डॉक्टर प्रेमलता कश्यप रही।

भारत का विकास एक डिजिटल विकास कार्यक्रम में मुख्य रूप से चीफ प्रॉक्टर प्रो. किरण साहू, प्रो. मीनाक्षी शर्मा, प्रो. प्रो. एकता भाटिया, प्रो बंदना पांडे, प्रो. करूना आनंद, डॉ. शेफाली अग्रवाल , डॉ. रेनू शर्मा, डॉ. , डॉ. सविता, , डॉ. सीमा रानी, डॉ. मोनिका सिंह, डॉ. प्रज्ञा मित्तल एवं श्रीमती शिवानी गुप्ता उपस्थित रहीं। कार्यशाला में छात्राओं मुंतहा, अक्षिता, अलीशा नंदिनी इफरा आशी बुशरा आदि का कार्य विशेष रूप से सराहनीय रहा।
