Gem Hospital: पंजीकरण की आड़ में मेडिकल बेस्ट फेंका जा रहा है सड़क पर, गंभीर बीमारियां फैल सकती है क्षेत्र में

उमेश लव लव इंडिया मुरादाबाद। महानगर के रामपुर रोड पर स्थित पंजीकृत GEM हॉस्पिटल में नियम और कानून को ताक पर रखकर मेडिकल बेस्ट को सड़क पर फेंका जा रहा है। इससे क्षेत्र में गंभीर बीमारियां फैलने का अंदेशा है।

महानगर के रामपुर रोड पर प्रेम वंडरलैंड के पास GEM हॉस्पिटल है जो स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत है और इसी पंजीकरण की आड़ में यहां पर बहुत कुछ गलत हो रहा है। हॉस्पिटल का मेडिकल बेस्ट सड़क पर फेंका जा रहा है जिससे कई बीमारियां फैल सकती है और इसकी जानकारी मीडिया को पिछले दिनों उसे वक्त हुई जब यहां पर एक मरीज के परिवार वालों ने हंगामा किया।

यहां पहुंचे तो पत्रकार यह देखकर हैरान रह गए की अस्पताल के बाहर ही मेडिकल बेस्ट को फेंका जा रहा है जानकारी करने पर अस्पताल के संचालक डॉ. रियाज ने किसी भी तरह की जानकारी से इनकार कर दिया जबकि आसपास के लोगों का कहना था कि अस्पताल प्रबंधन को इस बारे में कई बार अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और पहले की ही तरह मेडिकल बेस्ट को बाहर फेंका जा रहा है। इस संबंध में संबंधित नोडल अधिकारी का कहना है कि मामला जानकारी में आया है जल्दी जांच कार्यवाही होगी जबकि दूसरी तरफ पर्यावरण विभाग के संबंध निरीक्षक ने कहा कि यह गंभीर मामला है। शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

आइए जाने मेडिकल वेस्ट से होने वाली बीमारियां

  • मच्छरों से होने वाली बीमारियां
    • मलेरिया प्लाज्मोडियम परजीवी के कारण होता है, जो मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। इसके लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, पसीना आना, सिरदर्द और उल्टी शामिल हैं।
    • डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण है जो एडिस इजिप्ती मच्छर के काटने से फैलता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं।
    • चिकनगुनिया बुखार एडिस एजिप्टी और एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर के काटने से होता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ों में दर्द और सूजन शामिल हैं।

  • पानी से होने वाली बीमारियां
    • हैजा एक संक्रामक बीमारी है जो वाइब्रियो कोलेरी बैक्टीरिया के कारण होती है। इसके लक्षणों में पानी जैसे पतले दस्त, निर्जलीकरण और मांसपेशियों में ऐंठन शामिल हैं।
    • टाइफाइड एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो दूषित पानी और भोजन के सेवन से फैलता है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द और पेट में दर्द शामिल हैं।
    • हेपेटाइटिस ए एक वायरल संक्रमण है जो दूषित पानी और भोजन के सेवन से फैलता है। इसके लक्षणों में बुखार, थकान और पीलिया शामिल हैं।
    • लेप्टोस्पाइरोसिस: लेप्टोस्पाइरोसिस एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो दूषित पानी के संपर्क में आने से फैलता है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं।

पंजीकृत अस्पताल द्वारा बायोमेडिकल कचरा सड़क पर फेंकना एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए अस्पताल को जुर्माना या बंद करने जैसी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। बायोमेडिकल कचरे के निपटान के लिए अस्पतालों को विशेष प्रोटोकॉल का पालन करना होता है, जिसमें कचरे को अलग करना, स्टोर करना और निपटान के लिए अधिकृत एजेंसियों को सौंपना शामिल है ।

बायोमेडिकल कचरा निपटान के नियम:

  • कचरे का अलगाव: अस्पतालों को बायोमेडिकल कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में बांटना होता है, जैसे कि संक्रमित और गैर-संक्रमित कचरा।
  • कचरे का स्टोरेज: कचरे को स्टोर करने के लिए विशेष सुविधाओं का उपयोग करना होता है।
  • कचरे का निपटान: कचरे का निपटान अधिकृत एजेंसियों द्वारा किया जाना चाहिए।
  • निगरानी और रिपोर्टिंग: अस्पतालों को कचरे के निपटान की निगरानी करनी होती है और इसकी रिपोर्टिंग करनी होती है।

अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई:

  • जुर्माना: अस्पताल को जुर्माना लगाया जा सकता है।
  • अस्पताल बंद करना: गंभीर मामलों में, अस्पताल को बंद करने का आदेश दिया जा सकता है।
  • कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई: अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है, जैसे कि शोकॉज नोटिस या बर्खास्तगी ²।

निष्कर्ष: जुर्माना या अस्पताल बंद करना शामिल

बायोमेडिकल कचरे के निपटान के लिए अस्पतालों को विशेष प्रोटोकॉल का पालन करना होता है। यदि अस्पताल इसका पालन नहीं करता है, तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें जुर्माना या अस्पताल बंद करना शामिल है।

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