राष्ट्रीय साहित्य समारोह में किया गया साहित्यकारों को सम्मानित

लव इंडिया, मुरादाबाद । युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच उ.प्र. इकाई, महाराजा हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं साहित्यिक मुरादाबाद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तृतीय राष्ट्रीय साहित्य समारोह 2025 में देश के चालीस साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। साहित्यिक परिसंवाद हुआ तथा कवियों ने अपनी रचनाओं से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।


स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भवन के सभागार में युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच उ.प्र इकाई के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह श्रेयस के संयोजन और संचालन में चार सत्रों में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं लखनऊ से पधारे गीतकार मनीष मगन द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ प्रारंभ हुआ।


उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच की केंद्रीय इकाई के अध्यक्ष राम किशोर उपाध्याय ने की। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राम बहादुर मिश्र अध्यक्ष, अवधी शोध संस्थान एवं संपादक त्रिभाषा (हिन्दी, अंग्रेजी, अवधी) केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा उपस्थित रहे।

अति विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ राजेश श्रीवास्तव निदेशक रामायण केंद्र भोपाल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण मध्य प्रदेश शासन, तथा श्री महेंद्र भीष्म, प्रख्यात साहित्यकार एवं निबंधक सह प्रधान सचिव उच्च न्यायालय खंडपीठ, लखनऊ, वरिष्ठ साहित्यकार एवं दार्शनिक डॉ. जयप्रकाश तिवारी लखनऊ, उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. संदीप बडोला ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम में राजेश कुमार सिंह श्रेयस के शीघ्र प्रकाश्य उपन्यास “अचानक डूबता सूरज उग आया” तथा मुहम्मद जावेद के संग्रह काव्य कथा दर्पण के आवरण पृष्ठ का विमोचन किया गया। नंदकिशोर वर्मा जलदूत ने आभार व्यक्त किया।


द्वितीय सत्र परिसंवाद में महाकवि जयशंकर प्रसाद की त्रिपाठी की प्रपौत्री एवं जयशंकर प्रसाद ट्रस्ट वाराणसी की अध्यक्ष डॉ कविता कुमारी प्रसाद ने महाकवि जयशंकर प्रसाद और छायावाद , एक युग का प्रवर्तन विषय पर विचार व्यक्त किये। राम स्नेही विश्वकर्मा सजल ने जय शंकर प्रसाद की रचना का सस्वर पाठ किया।

अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला मंच के संस्थापक अध्यक्ष डॉ महेश दिवाकर ने गद्य क्षणिकाओं के प्रस्तोता रामदेव धुरन्धर विषय पर विचार व्यक्त किये। साहित्यिक मुरादाबाद के संस्थापक डॉ मनोज रस्तोगी ने डॉ विश्व अवतार जैमिनी और उनका साहित्य विषय पर विचार व्यक्त किये।

प्रियंका गुप्ता ने डॉ जैमिनी का गीत प्रस्तुत किया। शोधादर्श पत्रिका के सम्पादक अमन कुमार त्यागी ने डॉ मक्खन मुरादाबादी के काव्य में सामाजिक चेतना विषय पर विचार व्यक्त किये । मयंक शर्मा ने डॉ मक्ख़न मुरादाबादी का गीत प्रस्तुत किया । अध्यक्षता डॉ जय प्रकाश तिवारी ने की ।
तृतीय सत्र में साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।

डॉ मनोज रस्तोगी, डॉ सन्दीप बडोला, नन्द किशोर वर्मा जलदूत, मोहम्मद जावेद, डॉ काव्य सौरभ जैमिनी, डॉ नरेंद्र कुरेचिया समेत दस साहित्यकारों को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया । इसके अतिरिक्त डॉ. विश्व अवतार जैमिनी युवा उत्कर्ष साहित्य कमल सम्मान 2025 से तेरह साहित्यकारों को, मक्खन मुरादाबादी युवा उत्कर्ष साहित्य सम्मान 2025 से उन्नीस साहित्यकारों को एवं युवा उत्कर्ष शोधार्थी सम्मान 2025 से दो हिन्दी शोधार्थियों दुष्यंत कुमार एवं शिव शरण द्विवेदी को सम्मानित किया गया।


चतुर्थ सत्र काव्यांजलि की अध्यक्षता नंदकिशोर वर्मा जलदूत ने की। मुख्य अतिथि डॉ कृष्ण कुमार नाज़ रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री ओम प्रकाश शुक्ला, नई दिल्ली श्री हरी प्रकाश अग्रवाल हरि, लखनऊ रहे। मनीष मगन लखनऊ के संचालन में आयोजित इन सत्र का शुभारंभ रामसनेही विश्वकर्मा सजल, लखनऊ द्वारा प्रस्तुत मां सरस्वती वंदना से हुआ।

आयोजन में वीरेंद्र सिंह बृजवासी मुरादाबाद, डॉ. प्रेमवती उपाध्याय मुरादाबाद, योगेंद्र वर्मा व्योम मुरादाबाद, अखिलेश द्विवेदी लखनऊ, अनिल शर्मा अनिल धामपुर बिजनौर, आकाश अथर्व नई दिल्ली, मृदुल कुमार सिंह मृदुल अलीगढ़, आयुष यादव उन्नाव, पीयूष सिंगर अलीगढ़, धवल दीक्षित , विवेक निर्मल, दीपक गोस्वामी चिराग , रामराज भारती ने बड़े सुन्दर ढंग से काव्य पाठ करते हुए श्रोताओं का मन मोह लिया।


कार्यक्रम में चंद्रेश्वर प्रताप सिंह बिलासपुर, छत्तीसगढ़, राकेश शुक्ला (पी.सी. एस.), डॉ. नरेन्द्र कुरैचया, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ हेमन्त चौधरी ,श्री शैलेन्द्र कपिल चंडीगढ़, अमर कुमार श्रीवास्तव, अशोक विश्नोई, श्री कृष्ण शुक्ला, राजीव प्रखर, फक्कड़ मुरादाबादी, राजीव सक्सेना, सी के हर्ष, नकुल त्यागी आदि उपस्थित रहे। महाराजा हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ काव्य सौरभ जैमिनी ने आभार व्यक्त किया।

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