दो साल की बच्ची से डिजिटल दुष्कर्म के दोषी को 25 वर्ष कारावास
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लव इंडिया, दिल्ली। विशेष न्यायालय ने दो साल की बच्ची से डिजिटल दुष्कर्म के दोषी युवक को 25 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। पांच हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है। अदालत ने दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) को पीड़िता को 13.50 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया। 26 वर्षीय युवक को बीते दिनों दुष्कर्म के दंडात्मक प्रविधान और पाक्सो अधिनियम की धारा छह के तहत दोषी ठहराया गया था। तीस हजारी स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश बबीता पुनिया ने सजा सुनाते हुए कहा कि नशे की हालत में होना सजा कम करने का आधार नहीं हो सकता है क्योंकि किसी ने उसने स्वेच्छा से शराब पी थी। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि अपराध पूर्व नियोजित नहीं था क्योंकि दोषी शराब के नशे में था। डिजिटल दुष्कर्म हाथ या पैरों की अंगुलियों के जरिये यौन शोषण करना डिजिटल दुष्कर्म कहलाता है।
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दुष्कर्म मामले में युवक को 10 साल की सजा, 50 हजार जुर्माना
अलीगढ़ छर्रा क्षेत्र में किशोरी से दुष्कर्म के मामले में एडीजे पाक्सो प्रथम राजीव शुक्ल की अदालत ने युवक को दोषी करार देते हुए 10 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। विशेष लोक अभियोजक ललित सिंह पुंढीर के अनुसार, छर्रा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने 14 मई 2018 को मुकदमा पंजीकृत कराया था। जिसमें कहा था कि घर में सभी लोग सो रहे थे। तभी पड़ोसी शानू 17 वर्षीय बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया। इसके बाद पुलिस ने किशोरी को बरामद कर लिया। किशोरी ने बयान में दुष्कर्म की बात बताई। जिसके आधार पर पुलिस ने कोर्ट में शानू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। साक्ष्यों व गवाही के आधार पर अदालत ने शानू को 10 साल की सजा सुनाई है।