Shri Ram Janmotsav पर VHP की शोभायात्रा में हिंदुओं की एकता और शक्ति का प्रदर्शन


लव इंडिया मेरठ। आज मेरठ की क्रांति धरा एवं बाबा औघड़नाथ की पतित पावन नगरी में भगवान श्री राम के जन्मोत्सव पर विश्व हिंदू परिषद मेरठ महानगर की शोभायात्रा श्रीबालाजी मंदिर से महाआरती के उपरांत यात्रा नगर भ्रमण पर निकली। यात्रा को प्रांत अध्यक्ष अमन सिंह,बालाजी मंदिर के श्रीमहंत महेंद्र दास महाराज जी,गगोल तीर्थ के महंत शिवदास महाराज जी एवं विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष छाया बहन ने भगवा पताका दिखाई।

इस राम यात्रा में हज़ारो की संख्या में हिंदू समाज एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग एकत्र हुए।अनेकों स्थानों पर यात्रा का स्वागत हिंदू समाज ने पुष्प वर्षा कर किया एवं यात्रा में सहभागिता की।शोभायात्रा श्री बालाजी मंदिर से चलकर दीवान पब्लिक स्कूल ,सदर बाज़ार, आबूलेन, बेगमपुल, भैसाली बस स्टैंड, भारत माता मंदिर,सदर थाने से निकल कर श्री बालाजी मंदिर पर वापस पहुँची।

इससे पूर्व, मुख्य वक्ता छाया बहन जी ने अपने उद्बोधन में कहा यह भव्य राम यात्रा भगवान श्री राम के आदर्शो को समाज के समक्ष रखने हेतू निकली जा रही है,विश्व हिंदू परिषद समाज के समक्ष भगवान श्री राम के उस चरित्र को रखना चाहता है जिस चरित्र के बल पर राजा राम मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने।जिस प्रकार अपनी वन यात्रा में श्री राम ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े वनवासी,गिरवासी एवं शोषित लोगो बल पर रावण जैसे प्रतापी राक्षसो को बलहीन किया था,आज उसी प्रकार विश्व हिंदू परिषद इस यात्रा में समस्त हिन्दू समाज को साथ लेकर जातिवाद,भेदभाव एवं ऊँचनीच जैसी राक्षसी विचारधारा का अंत करने निकला है ।

मुख्य वक्ता छाया बहन जी ने कहा कि हिंदू समाज के अनेकों बलिदानों और संघर्ष के 500 वर्षों के बाद भगवान श्रीराम अपने घर में विराजमान हो चुके है।भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा को संपूर्ण धरा ने अपनी आँखों से देखा है आज समस्त हिन्दू समाज एक नई चेतना को अपने भीतर समाहित कर रहा है पूरे विश्व का हिंदू समाज आज गौरवान्वित महसूस कर रहा है। श्री रामजी का जन्म सज्जनों की रक्षा एवं धरती से दुष्टों के विनाश के लिए हुआ था उन्होंने भुजा उठा कर कहा था “निसिचर हीन करउँ महि भुज उठाइ पन कीन्ह”।

मुख्य वक्ता छाया बहन जी ने कहा कि आज अगर भारत में राम राज्य की स्थापना करनी है तो उसके लिये समस्त हिंदू समाज को भगवान राम की तरह जिस भूमि में हमने जन्म लिया है उसे माता मानकर उसकी रक्षा हेतू वचनबद्ध होना पड़ेगा।जिस सामाजिक समरसता को भगवान राम ने अपने जीवन का लक्ष्य मान कार्य किया उसी कार्य को अपने जीवन ध्येय मानकर हम सब को कार्य करना होगा।स्वार्थ वैसे तो मनुष्य का स्वभाव है परंतु मन एवं बुद्धि दोनों जब स्वार्थ के वश में आते हैं तब यह राक्षसी प्रवृत्ति का बन जाता है हिंदू समाज को अपने मन एवं कर्म को भगवान के कार्य में लगाकर सम्पूर्ण सृष्टि के हित में सोचना चाहिए।

समस्त हिंदू समाज के प्रयासों से भारत में पुनः रामराज्य आएगा,जिसके बाद एक नया गौरवशाली, शक्तिशाली,समृद्ध भारत पुनः विश्व का अगुआ बनेगा।आज हम भगवान श्रीराम जी के जन्मोत्सव पर पुनः इस विश्व के कल्याण हेतु समर्पित होकर कार्य करेंगे ऐसा प्रण लेकर इस यात्रा को मंगलमय बनाने का प्रयास करेंगे।

इस दौरान, मुख्य रूप से क्षेत्र संगठन मंत्री सोहन सोलंकी जी, महानगर प्रचार प्रमुख आकाश प्रजापति, प्रांत मंत्री राजकुमार डूंगर, प्रांत सह मंत्री अमित जिंदल,विभाग मंत्री निमेश वशिष्ठ, अवनीत बंसल, अनूप जी, हिमांशु शर्मा, राजीव गर्ग, पवन कश्यप, मनोज त्यागी उपस्थित रहे।
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