Shri Varshney Sabha: प्रेम, अहिंसा, दयाकर्म के प्रेणता हैं Akrurji
लव इंडिया, संभल। अक्रूर जी भगवान श्रीकृष्ण के प्रति बहुत श्रद्धा रखते थे और उनकी दिव्यता को समझते थे। जब वे श्रीकृष्ण और बलराम को वृंदावन से मथुरा ले जा रहे थे, तो उन्हें रास्ते में भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य दर्शन हुए, जिससे उनकी आंखों से आंसू निकल आए। यह वृतांत श्री वार्ष्णेय सभा संभल…
