मुस्लिम ही नहीं क्रिश्चियन की संस्थाओं में घुसने की कोशिश कर रही भाजपा

लव इंडिया, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा विभाजन की राजनीति करती है। भाजपा अंग्रेजों की डिवाइड एंड रूल की नीति पर चलती है। भाजपा अंग्रेजों की विचारधारा को आगे बढ़ा रही है। अंग्रेज फूट डालो और राज करो नीति का जो फार्मूला दे गये थे भाजपा उसी पर चल रही है। उसी का परिणाम है कि मदरसों को बंद कर रही है। जमीनों का कागज चेक किया जा रहा है। मदरसों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। भाजपा न सिर्फ मुस्लिम बल्कि क्रिश्चियन की जो संस्थाएं हैं उसमें घुसने की कोशिश कर रही है। सभी अल्पसंख्यक संस्थाओं को खत्म करने की साजिश कर रही है। पहले सरकार ने माइनॉरिटी के लिए विशेष एक्ट बनाया था जिससे माइनॉरिटी यूनिवर्सिटी और संस्थाएं बन सके लेकिन भाजपा सरकार की मंशा विभाजनकारी है। जनता भी भाजपा को समझ गयी है। वह इस बार भाजपा को हटाने का काम करेगी।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में श्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकारी विभागों में लाखों पद खाली है। शिक्षा विभाग में दो लाख पद खाली है। सरकार का दावा है कि अर्थव्यवस्था ट्रिलियन डॉलर में पहुंच गई है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नम्बर पर पहुंच गई है। विकसित भारत का सपना दिखाया जा रहा है। क्या यही विकसित भारत की परिभाषा है कि शिक्षकों के लाखों पद खाली रहे। स्कूल बंद कर दिये जाए। गरीबों को शिक्षा से वंचित कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि अगर स्कूल बंद हो जाएंगे तो बच्चियां कैसे पढ़ेंगी? प्राइमरी स्कूल में पढ़ने के लिए सबसे ज्यादा गांव के गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ने जाते है। भाजपा सरकार स्कूलों को बंद कर उन्हें शिक्षा से दूर करना चाहती है।

श्री यादव ने कहा कि यह जो ट्रिलियन डालर का बजट है वह शिक्षा स्वास्थ्य और गरीब कल्याण पर नही, लूट के हाइवे में जा रहा है। जो लोग समाजवादी सरकार में बने एक्सप्रेस-वे पर अगुंलियां उठा रहे थे सरकार में आते ही जमीनों की रजिस्ट्री चेक करा रहे थे वे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे में गोरखधंधे पर क्यों खामोश है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे कब बन जाना चाहिए था। 91 किलोमीटर का एक्सप्रेस-वे सात हजार करोड़ रूपये से ज्यादा में बना है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे नहीं है, फोरलेन है। मुख्यमंत्री जी को पता ही नही है कि फोरलेन और एक्सप्रेस-वे क्या होता है। अंतर जानना हो तो कभी किताब उठाकर देख लें कि इंडियन रोड कांग्रेस क्या कहती है। क्या यह सड़क इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के अनुसार बनी है, जिसने मानकों से खिलवाड़ किया है क्या सरकार ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि पूरी भाजपा सरकार में बंटवारे और लेनदेन का झगड़ा चल रहा हे। अधिकारी अपने मन से काम करना चाहते हैं, मंत्री अपने मन से। मंत्री और अधिकारियों का झगड़ा चल रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि एक डिप्टी सीएम ने लिखकर शिकायत की है उनके विभाग के अधिकारी ने उन्हें ट्रांसफर लिस्ट नहीं दिखाई। स्वास्थ्य विभाग में अलग झगड़ा चल रहा है। सीएमओ और डीएम के बीच लड़ाई में विधायकों में भी बंटवारा हो गया। शिक्षा विभाग, लोकनिर्माण विभाग हर जगह ट्रांसफर का रेट है। नगर विकास विभाग में भारी भ्रष्टाचार है। बारिश से शहरों में नाले, नालियां चोक हो गयीं। स्मार्ट शहरों के लिए अलग बजट आया था, सब बजट कहां चला गया? स्मार्ट शहरों में डेªनेज नहीं है। गोरखपुर की बात छोड़िये, मथुरा, आगरा, उन्नाव में भी नाले चोक हो गये। स्मार्ट नगरों में दिल्ली और लखनऊ दोनों सरकारों से बजट मिला। मंत्री से लेकर मेयर तक सब भाजपा के है। प्रदेश और दिल्ली में भाजपा की सरकार है लेकिन यह लोग नाले तक नहीं बना पा रहे है। नदी-नाली का पैसा खा गए। उत्तर प्रदेश में इस समय जितना भ्रष्टाचार है ऐसा भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ था। भ्रष्टाचार में लिप्त एक अधिकारी अभी भी लापता है। अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का मीडिया सलाहकार, जिसने मेरे खिलाफ फर्जी खबरें चलवायी थी उसका नाम लेनदेन में आ गया है। यह सभी लोग जान गये है उसके लेन-देन में डी कम्पनी का नाम आया है। इसीलिए मुख्यमंत्री जी को डी कम्पनी याद आ रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे नेताजी की वजह से बना है। आजमगढ़ की जनता ने नेताजी को लोकसभा चुनाव जिताया था उन्हें चुनकर भेजा था। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की मांग किसी नेता ने नहीं की थी लेकिन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हो जाने के बाद मैंने नेताजी के लोकसभा क्षेत्र आजमगढ़ और गाजीपुर बलिया पूर्वांचल को लखनऊ और आगरा एक्सप्रेस-वे से सीधे जोड़ने के लिए समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा की थी। जमीन अधिग्रहण किया गया। टेंडर हुआ विधानसभा के सामने सभी मंत्रियों की मौजूदगी में समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया गया था। टेंडर तभी किया जा सकता है जब 50 फीसदी भूमि अधिग्रहण या सहमति हो जाती है। समाजवादी सरकार में ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का टेंडर हो गया था लेकिन चुनाव घोषित हो गया। टेंडर खोला नहीं जा सका। चुनाव बाद भाजपा सरकार आयी तो जिस मानक से समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनना था, मीडियन कितना होगा, हाइट कितनी होगी ग्रीन और वे साइड एमनटीज क्या होगी, डिजायन हुआ था लेकिन भाजपा सरकार टेक्नीकल और फाइनेंसियल मानकों को नीचे कर, अपने ठेकेदारों को काम देने के लिए समाजवादी सरकार में किये गये टेंडर को कैंसिल कर दोबारा टेंडर किया और एक्सप्रेस-वे को अपने ठेकेदारों से बनवाया, मानकों से खिलवाड़ किया।

अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले समय में समाजवादी सरकार बनने जा रही है। हम पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर दोबारा काम कराकर और अच्छा बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को गाजीपुर से आगे जाना था लेकिन भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया। लखनऊ में मेट्रो को आगे नहीं बढ़ाया और गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को आगे नहीं बढ़ने दिया। लखनऊ में समाजवादी पार्टी की सरकार में बनायी गयी मेट्रो अभी भी अमौसी एयरपोर्ट से पॉलिटेक्निक तक आती जाती है। इन्होंने अपना नाम लिखवा कर उद्घाटन कर दिया लेकिन उसे आगे नहीं बढ़ाया।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा पीडीए के खिलाफ है। आरक्षण विरोधी है। भर्तियों में आरक्षण के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। आरक्षण बहुत लम्बी लड़ाई के बाद मिला है। हम सभी को मिलकर आरक्षण और बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बचाना है। उन्होंने कहा कि पीडीए हमारा भावनात्मक नारा है। लोगों को जोड़ने वाला नारा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ बिजली व्यवस्था बर्बाद कर दी है। इस सरकार ने बिजली का उत्पादन नहीं बढ़ाया इसीलिए बिजली का निजीकरण कर रहे है।