Birth Certificates के मामले में UP Police के Sub Inspector पर FIR, School के Manager-Principal और Child Welfare Committee के सदस्य भी नामजद आरोपित

उमेश लव, लव इंडिया, अमरोहा/ मुरादाबाद। जन्म प्रमाण-पत्रों की निष्पक्षता से जांच न करने के मामले में यूपी पुलिस के एक उप निरीक्षक फंस गए हैं। इस संबंध में दर्ज रिपोर्ट में स्कूल के प्रबंधक- प्रधानाचार्य और बाल कल्याण समिति के सदस्य भी नामजद आरोपी हैं। अमरोहा की अपर सत्र न्यायाधीश/पोक्सो एक्ट (प्रथम) अदालत के आदेश पर अमरोहा देहात थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।

यह मामला है अमरोहा जनपद के सैदनगली थाना क्षेत्र का… असल में थाना क्षेत्र के गांव की विधवा महिला की नाबालिग बेटी का। जो कथित प्रेम प्रसंग के चलते इसी साल 26 जनवरी को गायब कर दी गई। शायद नकली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं की इस पर विधवा महिला ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई तब जाकर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। यह रिपोर्ट मुकदमा अपराध संख्या 26/2025 राज्य बनाम आकश आदि धारा 137 (2), 115 (2) (2), 352, 351 (2) बीएनएस पंजीकृत किया

विवेचना सैदनगली थाने के उपनिरीक्षक सुनील कुमार शर्मा को मिली। विधवा महिला का आरोप है कि उपनिरीक्षक सुनील कुमार शर्मा अनुचित लाभ प्राप्त कर पुत्री को मुल्जिमान को ही देना चाहता था। इसी बदनियती से सुनील कुमार शर्मा ने आकाश, ब्रहमपाल, श्रीमति अर्चना को उसकी नाबालिग पुत्री की फर्जी टीसी लाने की सलाह दी तो आकाश, ब्रहमपाल व श्रीमति अर्चना ने गाँधी जूनियर हाई स्कूल पीला कुण्ड हफीजपुर थाना थाना नौगावां सादात (स्कूल सर्टिफिकेट तैयार किये जाते हैं) के प्रबन्धक व प्रधानाचार्या श्रीमति रेखा गुप्ता पत्नी ब्रजेश कुमार गुप्ता से फर्जी व कूटरचित टीसी बनवा ली जिसमें उसकी पुत्री की जन्मतिथि-01-01-2006 गलत अंकित थी। जबकि उसने विवेचक सुनील कुमार शर्मा को अपनी पुत्री की सीताराम इण्टर कालिज शब्दलपुर शर्की की टीसी दी थी। इसमें जन्मतिथि 02/12/2008 अंकित थी। परन्तु विवेचक सुनील कुमार शर्मा ने आरोपियों को लाभ पहुँचाने की नियत से दो टीसी प्रमाण पत्रों की प्रमाणिकता के सन्दर्भ में कोई उचित जांच / विवेचना न करके अपने कर्तव्यों की उपेक्षा की और उसकी पुत्री व उसके असली व फर्जी स्कूल प्रमाण पत्रों को बाल कल्याण समिति अमरोहा में प्रस्तुत कर दिया और बाल कल्याण समिति अमरोहा के सम्बन्धित पदाधिकारियों ने भी अनुचित लाभ प्राप्त करके फर्जी टीसी की कोई उचित जांच न कराकर नाबालिग पुत्री को बालिग घोषित कर दिया। इसके बाद सैदनगली की पुलिस ने 14 फरवरी 2025 को नाबालिग पुत्री को ब्रहमपाल सिंह, श्रीमति अर्चना की सुपुर्दगी में दे दिया और अन्तिम रिपोर्ट लगाकर मुकदमा समाप्त कर दिया लेकिन बार बार पूछने पर भी यह नहीं बताया कि उसकी पुत्री कहां है।
विधवा महिला का कहना है कि उसे अब पता चला है कि नाबालिग पुत्री कु कीर्ति को मुल्जिमान आकाश, ब्रहमपाल, व अर्चना बुतार ने मुल्जिमान उपनिरीक्षक सुनील कुमार शर्मा, प्रबन्धक, प्रधानाचार्या रेखा गुप्ता तथा बाल कल्याण समिति अमरोहा के सम्बन्धित पदाधिकारियों के सहयोग से फर्जी व कूट रचित स्कूली सर्टिफिकेट के आधार पर अपनी सुपुर्दगी में ले लिया है तथा उसका शारीरिक व मानसिक शोषण कर रहे हैं प्रार्थनी की पुत्री कतई नाबालिग है बालिग नहीं है। प्रार्थनी ने मुल्जिमान के विरुद्ध थाना प्रभारी अमरोहा देहात व पुलिस अधीक्षक अमरोहा को गस्ती व पंजीकृत डाक से प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किये हैं परन्तु अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। इस पर विधवा महिला ने अदालत की शरण ली जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत में मामले को गंभीर माना और पुलिस को रिपोर्ट दर्ज का चार्ज करने के आदेश दिए ।

रिपोर्ट में यह लोग किए गए हैं आरोपित
1- आकाश आयु लगभग 22 वर्ष पुत्र ब्रहमपाल सिंह 2- ब्रहमपाल सिंह आयु लगभग 52 वर्ष पुत्र नवल सिंह 3-श्रीमति अर्चना बुतार आयु लगभग 50 वर्ष पत्तनी ब्रहमपाल सिंह समस्त निवासीगण ग्राम सब्दलपुर की मढैया थाना सैदनगली जनपद अमरोहा हाल निवासी मकान नं0 4ए 261 मौहल्ला पाल नगर बुद्धि बिहार थाना मझौला जनपद मुरादाबाद। 4- प्रवन्धक, नाम व पता अज्ञात गांधी जूनियर हाई स्कूल पीला कुण्ड हफीजपुर थाना नोगावां सांदात जनपद अमरोहा। 5- श्रीमति रेखा गुप्ता आयु लगभग 50 वर्ष पत्नी ब्रजेश कुमार गुप्ता प्रधानाचार्य गाँधी जूनियर हाई स्कूल पीला कुण्ड हफीजपुर थाना नौगावां सादात जनपद अमरोहा। 6- उप निरीक्षक सुनील कुमार शर्मा वर्तमान कार्यरत थाना सैदनगली जनपद अमरोहा 7. सम्बन्धित सदस्यगण बाल कल्याण समिति जनपद अमरोहा।