प्राकृत भाषा में रिसर्च की असीम संभावनाएंः प्रो. जय
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र एवम् सेंटर फॉर जैन स्टडीज के संयुक्त तत्वावधान में गोलमेज संवाद लव इंडिया, मुरादाबाद। बाहुबली प्राकृत विद्यापीठ, कर्नाटक के पूर्व निदेशक प्रो. जय कुमार एन. उपाध्याय बतौर मुख्य वक्ता बोले, प्राकृत भाषा में शोध की अपार सम्भावनाएं हैं। सबसे प्राचीनतम उपलब्ध सामग्री अर्धमागधी, प्राकृत- मध्य-इंडो आर्य भाषा…
