Gas Based Furnace: पर्यावरण अनुकूल बनाने के साथ ही कारीगरों के लिए खोलेगी नई राह

लव इंडिया मुरादाबाद मुरादाबाद में गैस आधारित भट्टी के उद्घाटन एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। क्लस्टर में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से Alliance for an Energy Efficient Economy AEEE और हस्तशिल्प विकास सोसाइटी, मुरादाबाद के संयुक्त तत्वावधान में गैस आधारित भट्टी के उद्घाटन एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम डॉ. सतीश कुमार अध्यक्ष एवं कार्यकारी निदेशक, AEEE की प्रेरणा और प्रमोद कुमार सिंह वरिष्ठ निदेशक, AEEE) के मार्गदर्शन में संरचित किया गया। इस परियोजना को मो. नोमान मंसूरी अध्यक्ष, हस्तशिल्प विकास सोसाइटी के समर्थन से सफलतापूर्वक लागू किया गया।


कार्यक्रम की प्रमुख गैस आधारित भट्टी का उद्घाटन और दीप प्रज्ज्वलन डॉ. शेफाली सिंह चौहान अध्यक्ष, जिला पंचायत मृणाल भास्कर तकनीकी विशेषज्ञ, AEEE, मोहम्मद नोम्मान मंसूरी अध्यक्ष, हस्तशिल्प विकास समिति बालेंदु भूषण पांडे अनुसंधान सहयोगी, AEEE अवनीश पांडे MSME DIC ODOP, पद्मश्री दिलशाद हुसैन, साजिद मंसूरी महासचिव, पीतल बस्ती दस्तकार एसोसिएशन, शाहनवाज हुसैन, सिकंदर अली, रियासत हुसैन, तसलीम मंसूरी सहित कई गणमान्य लोग द्वारा किया गया।


इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. शेफाली सिंह चौहान अध्यक्ष, जिला पंचायत ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा दक्षता और लागत बचत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ.सतीश कुमार, अध्यक्ष एवं कार्यकारी निदेशक, AEEE ने इस अवसर पर कहा, “ऊर्जा दक्षता और स्वच्छ तकनीकों का समावेश ही उद्योगों के सतत विकास की कुंजी है हस्तशिल्प उद्योग ऊर्जा दक्षता को अपनाकर वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूत स्थान बना सकता है।इस अवसर पर मोहम्मद नोम्मान मंसूरी ने कहा, हम हस्तशिल्प उद्योग को टिकाऊ एवं पर्यावरण अनुकूल बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत हैं। यह पहल कारीगरों के लिए एक नई राह खोलेगी।


तकनीकी सत्र एवं चर्चाकार्यक्रम में मृणाल भास्कर तकनीकी विशेषज्ञ, AEEE ने उद्घाटन भाषण दिया और इस पहल की रूपरेखा प्रस्तुत की। साथ ही साथ गैस आधारित भट्टियों के तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। बालेंदु भूषण पांडे अनुसंधान सहयोगी, AEEE ने कार्यक्रम के भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला और साथ ही उन्होंने सभी उपस्थित अतिथियों और प्रतिभागियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया। यह कार्यक्रम मुरादाबाद के कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ, जिससे वे गैस आधारित भट्टियों और ESCO मॉडल के लाभों को समझकर अपनी इकाइयों में इसे अपनाने के लिए प्रेरित हुए।

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