शिव भक्तों को थूक- मूत्र जिहाद का शिकार बनने से बचाने को चैकिंग अभियान

लव इंडिया, मेरठ। 30 जून को मेरठ महानगर में कांवड यात्रा मार्ग में चैकिंग अभियान चलाया गया जिससे कावड़ यात्रा में शामिल होने वाले शिव भक्तो को थूक मूत्र जिहाद का शिकार बनने से बचाया जा सके। हिन्दू होटल ढाबा पर भगवान वाराह और भगवा झंडे लगाये गए इस अभियान में स्वामी यशवीर महाराज पीठाधीश्वर योग साधना आश्रम मुजफ्फरनगर और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

अभियान को शुरू करने से पहले सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्वामी यशवीर महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिंदू धर्म के प्रति समर्पण के मार्ग में आने वाली विरोधी भावनाओं को मिटाना होगा। यही हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने का एकमात्र मार्ग है। यह एकीकृत हिंदुओं के विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करेगा। इसमें कोई संदेह नहीं है कि कुछ लोगों को छोड़कर पूरा समाज हिंदुओं की एकता और अखंडता का ही विचार रखता है। चारों तरफ दृष्टि दौड़ाने के बाद यह ध्यान में आता है कि हिंदुओं के पास शक्तिशाली होने के अतिरिक्त कोई और विकल्प नहीं है। विश्व के वे सभी हिंदू जो बड़ी ताकतों का शिकार रहे या हो रहे हैं उन सबके हिंदुओं का शक्तिशाली होना रास आ रहा है क्योंकि उन्हें यह पता है कि हिंदुओं की शक्ति धर्मो रक्षति रक्षितः का व्यवहार करती है। जो तथाकथित बड़ी ताकतें हैं उनके भीतर से भी एक आवाज उठती हुई सुनाई देती है कि हिंदुओं का शक्तिशाली होना आवश्यक है।
सीमा पार के आतंकवादियों का समूल नाश करने का प्रण तो सेनाओं ने कर लिया है,लेकिन पूरे देश में फैले आतंकवादियों के एजेंटों को कैसे समाप्त किया जाय यह एक गंभीर विषय बना हुआ है। शामली का रहने वाला नोमान जी पानीपत में सिक्युरिटी गार्ड था, भटिंडा में दर्जी बन कर रहने वाला हरिद्वार का निवासी राकिब या फिर मेरठ से पकड़ा गया एजाज, जैसे न जाने कितने लोगों का जाल हमारे समाज में फैला है। इस जाल की गांठ खोलने का काम आसान तो नहीं लेकिन यदि सामान्य नागरिक ठान लें तो कठिन भी नहीं है। जैसे-जैसे हमारी एजेंसियां सर्च ऑपरेशन बढ़ा रही हैं वैसे- वैसे इस श्रृंखला में प्रतिदिन नाम जुड़ते जाएंगे।यह सभी सामान्य समाज के बीच रहते हुए अपनी नौकरी और व्यवसाय करते हुए यहां की सूचनाएं हिंदू धर्म विरोधी शत्रुओं को भेज रहे हैं, हम भी हिंदुओं की सुरक्षा का कुछ भार उठा सकते हैं। इनकी पहचान करने के लिए पहले तो एक मानसिकता से बाहर निकलना होगा कि हमारा वाला अब्दुल ऐसा नहीं है । पहचान का पहला चरण है संदेह, दूसरा चरण है निगरानी और तीसरा समाज का जागरण यह तीनों कार्य हमने अपने आसपास करना प्रारंभ कर दिया तो निश्चय ही शत्रु के इस तंत्र को हम तोड़ने में सफल होंगे और भीतर से होने वाले आघात को हम रोक सकेंगे।

हमारी पीढ़ी के पास यह इतिहास निर्माण का युग है। यह साहस, दृढ़ संकल्प और अपने प्राचीन और अमर धर्म के प्रति अत्यधिक प्रेम का काल है। आज हम जो कदम उठाएँगे, वे हमारी भावी यात्रा की दिशा निर्धारित करेंगे। सर्वशक्तिमान ईश्वर हमारे हिंदू धर्म को उस सही मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं जो एकीकृत धार्मिक जीवन को मजबूत करता है। ऐतिहासिक कालखंड में आइए, हम ईश्वर से प्रार्थना करें कि वे हमारे लोगों को सब प्रकार की निराशा से बाहर आने के लिए सही रास्ता दिखाएँ और हिंदू को अपनी महान विरासत के आधार पर गौरव की ओर बढ़ने का साहस दें। हमे किसी पर निर्भर रहे बिना अपनी सुरक्षा करनी है और साथ ही अपनी शक्ति के आधार पर हिंदुओं को अभय प्रदान करना है। इस अभियान के दौरान अनूप जी, सुनील सिद्धू जी, ने अवनीत बंसल जी , नीतीश चौधरी, बंटी बजरंगी ,आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।