मौलाना ने कर्बला में गुज़रे जुल्मों को बयान किया तो रोने लगे अजादार


लव इंडिया, मुरादाबाद। आजाद नगर में इमाम बारगाह मोहम्मदिया हॉल मोहर्रम की 4 तारिख को चौथी मजलिस हुई। जिसमें मौलाना मोहम्मद हसन सिरसिवि ने खिताब किया मौलाना ने तकरीर में कहा कि की हिन्दुस्तान के गुज़रे हुए महान नेताओं ने भी इमाम हुसैन से काफी सीख ली जिसमें हिन्दुस्तान के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी कहते हैं मेरी नज़र में इस्लाम तलवार से नहीं ब्लकि इस्लामी रहनुमाओं की कुर्बानी से फैला है।

इसी तरह भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद का कहना है इमाम हुसैन अ.स. का बलिदान किसी एक राज्य या देश के तक सीमित नहीं है बल्कि यह मानव-जाति की महान विरासत है। इस दौरान मौलाना ने कर्बला में गुज़रे जुल्मों को बयान किया तो आजादार ज़ोर ज़ोर से रोने लगे। आज की मजलिस आलिम ज़ैदी की जानिब से हुई मजलिस से पहले उनके घर से अलम मुबारक बरामद हुआ जो जुलूस की शक्ल में इमाम बागाह मोहम्मदिया हाल पहुंचा।

इस दौरान इमाम बारगाह में मोहम्मदिया हॉल के सेक्रेटरी हाजी डॉ. कायम रज़ा, इशाक हुसैन, सवाब नकवी, इमाम ए मेहदी यूथ मिशन के अध्यक्ष हसन ज़ैदी, कलाम हसनैन , काशीफ भाई , वसी अब्बास, सादिक आबदी , जैन अब्बास, मीसम नकवी, अनीस हैदर, जाफर अब्बास, सलमान बाकरी, सलीम भाई, आमिर खान, असद खान भारी संख्या में आजादार मोजूद रहे।