मोहर्रम की पहली मजलिस पर तकलीफों और करबला में हुई यजीद की ज्यादतियों को सुनकर अजादरों के आंसू छलक आए


मुरादाबाद। मोहर्रम की पहली तारीख के अवसर पर पहली मजलिस मोहल्ला लकड़ीवालन मे मरहूम अली यावर नकवी के मकान पर मजलिस हुई। इसको मौलाना हसन मुज्तबा ने खिताब किया।

मजलिस मे हाजी शबी हैदर साहब ने मर्सिया खुवानी की और हैदर ने कलाम पेश किए मौलाना हसन मुज्तबा ने मजलिस को खिताब करते हुए करबला मे पहुंचने तक का मंजर बयान किया। मदीने से करबला तक का सफर और उस पर घर की औरतों और बच्चों का साथ होना सफर की तकलीफों और करबला मे हुई यजीद की ज्यादतियो को सुनकर आजादरो के आसू छलक आए और हाय हुसैन की सदाए बुलंद होने लगी जिसमें आजादरों ने मातम किया।

दूसरी मजलिस इमामबाड़ा मीर सआदत अली स्थित चौमुखपुल पर हुई वहा मजलिस को मौलाना कोसर मुजतबा ने खिताब किया। तीसरी मजलिस मोहल्ला लाकड़ीवालान मे इमाम बाड़ा हकीम फरजंद अली में हुई जिसको भी मौलाना हसन मुजतबा साहब ने खिताब किया।

मजलिस में आसिम यावर, डा तनवीर, हाजी अमीरूल हसन, हाजी कायम हसनैन, मोहम्मद अब्बास, शान हैदर, गुलरेज हैदर रिजवी, आलम आब्दी, नावेद यावर, शबाब हैदर, गौहर मिर्जा, आसिफ रजा, हैदर रिजवी,सहित भारी संख्या मे अजादार मौजूद रहे।