TMU में International Anti-Drug & Illicit Trafficking Day Workshop पर नशे को कहो ना… का संकल्प

लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ कम्प्यूटिंग साइन्सेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉज़ी- सीसीएसआईटी, फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग में अंतर्राष्ट्रीय नशा विरोधी और अवैध व्यापार दिवस पर वर्कशॉप की थीम जीवन को कहो हां, नशे को कहो ना… रही। इससे पूर्व फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने बतौर मुख्य अतिथि, एफओई के अरुण कुमार पिपरसेनिया ने बतौर मुख्य वक्ता मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. द्विवेदी ने नशा मुक्त भारत के संकल्प को साकार करने की शपथ भी दिलाई।

वर्कशॉप के मुख्य वक्ता श्री पिपरसेनिया ने ज्ञान, दृष्टिकोण, विश्वास और व्यवहार जैसे चार मूल स्तंभों पर आधारित केएबीपी-नॉलेज, एट्टीट्यूड, बिलीफ़ एंड प्रैक्टिस मॉडल से नशे के दुष्प्रभावों को समझने, आत्मविश्वास से ‘ना’ कहने, जीवन में नशा विरोधी व्यवहार को अपनाने के लिए प्रेरित किया। सभी अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया गया। समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। संचालन डॉ. मुदित सक्सेना ने किया। इस अवसर पर फ़ैकल्टी क्लब कोऑर्डिनेटर डॉ. संदीप वर्मा, सीसीएसआईटी कल्चरल क्लब कोऑर्डिनेटर श्रीमती स्वाति चौहान आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही।

श्री पिपरसेनिया ने कहा, साथी कार्यक्रम केवल नशा उन्मूलन का प्रयास नहीं, बल्कि एक सकारात्मक जीवन शैली की ओर बढ़ने का अभियान है। यह कार्यक्रम स्टुडेंट्स को आपसी सहयोग, संवाद और समझ के माध्यम से एक ऐसा सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है, जिसमें वे खुलकर अपनी समस्याओं को साझा कर सकते हैं। जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपना सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति नशे के प्रलोभन में आ जाए या उसे कोई नशा देने का प्रयास करे, तो उसे घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऐसी स्थिति में अपने साथी, शिक्षक या अभिभावक से संवाद करना ही पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है।

एफओई के डीन प्रो. द्विवेदी ने कहा, स्मोक और ड्रग्स फ्री कैम्पस ही टीएमयू की ब्यूटी है। भगवान महावीर के त्रिरत्न आदर्शों- सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक आचरण के प्रति सभी क्षेत्रों में टीएमयू प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास होना चाहिए कि विश्वविद्यालय कैम्पस पूर्ण रूप से नशा मुक्त रहे। हमें यूथ को नशा से बचाना है। वर्कशॉप में डॉ. आरके जैन, डॉ. प्रियांक सिंघल, डॉ. संकल्प गोयल, डॉ. इंदु त्रिपाठी, मोहम्मद सलीम, जितेंद्र वार्ष्णेय, मिस अवंतिका चौधरी, सतेन्द्र राठी, सिद्धार्थ माथुर, मनीष तिवारी, अमित सिंह, मनोज गुप्ता आदि मौजूद रहे।