शाहपुर तिगरी का एसएस नर्सिंग होम भी अवैध, संचालित कर रहे झोलाछाप
लव इंडिया, मुरादाबाद। स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की सांठगांठ से संचालित क्लीनिक, अस्पताल और नर्सिंग होम में अब एसएस नर्सिंग होम का नाम भी जुड़ गया है क्योंकि यह भी बिना पंजीकरण के संचालित है और इसे भी स्वयंभू झोलाछाप संचालित कर रहे हैं।
मुरादाबाद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ के चलते गांव गांव गली गली में झोलाछाप ‘कमाऊ पूत’ बने हुए हैं और यही कारण है कि जिले भर में 6 हजार से भी अधिक अस्पताल और नर्सिंग होम चल रहे हैं और इन्हें चलाने वाले डिग्री धारी नहीं है बल्कि आदिकाल ऐसे लोग डॉक्टर बने हुए हैं जो कुछ महीने या साल एमबीबीएस के यहां सफाई कर्मी, वार्ड ब्याय या फिर फार्मेसिस्ट रहे हैं। इसी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन मरीजों की जान जाने की सूचनाएं भी आ रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारान अफसरों को इस से कोई मतलब नहीं और वह लगातार अभियान चलाए जाने का दावा करते हैं।
इस बीच महानगर में खुशालपुर रोड शाहपुर तिगरी में निकट केंद्र बैंक के पास एसएस नर्सिंग होम संचालित है। इसके बारे में शिकायत मिली है कि यह पूरी तरह से अवैध है और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में एसएस नर्सिंग होम का कोई पंजीकरण भी नहीं है। बावजूद इसके यहां 24 घंटे चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध है और नॉर्मल डिलीवरी की जाती है लेकिन सूत्रों की माने तो एसएस नर्सिंग होम में सिजेरियन डिलीवरी भी होती हैं।
एसएस नर्सिंग होम एक नहीं बल्कि 3 डॉक्टर बैठते हैं। इनमें डॉ जकी अनवर खुद को बीएएमएस और एमडी बताते हैं जबकि डॉ मोहम्मद जीशान बीयूएमएस के साथ साथ बीएनवाईएस भी हैं लेकिन डॉक्टर मोहम्मद जीशान दोनों की ही फुल फॉर्म को सही तरीके से नहीं बता पाते। इसी केंद्र पर तीसरी डॉक्टर महिला है और उनका नाम डॉक्टर संजना यादव बताते हुए दावा किया गया है कि वह स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं लेकिन उन्होंने डिग्री का खुलासा नहीं किया है।
दूसरी साहब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एमसी गर्ग का कहना है किस जिले में किसी भी हाल में अवैध अस्पताल और नर्सिंग होम का संचालन नहीं होने दिया जाएगा पकड़ में आने पर चिकित्सक और इनके संचालकों पर मेडिकल एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी।
दूसरी ओर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजीव बेलवाल जो झोलाछाप डॉक्टर और अवैध अस्पताल और नर्सिंग होम की रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी हैं का कहना है कि 20 फरवरी को ही सोशल मीडिया से जानकारी मिलने पर पाकबड़ा थाना क्षेत्र के 2 अस्पताल सीज किए गए और इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है ऐसे में अवैध अस्पताल, नर्सिंग होम और झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही जारी रहेगी।