दहेज लोभियों के घर सबक सिखाने बुजडोजर लेकर पहुंची बिजनौर पुलिस… फिर महिला की हुई घर में एंट्री
बिजनौर। कुछ लोग कहते हैं कि मुसिबत की घड़ी में इंसान सबसे पहले पुलिस को याद करता है। और डॉयल 112 को तुरंत फोन कर मदद मांगता है। ऐसे में पुलिसकर्मी भी मुसिबत में फंसे लोगों की मदद करने समय रहते पहुंच जाती है। इस बात की बानगी उस समय हुई जब बिजनौर में दहेज लोभियों ने अपनी बहू को घर से बाहर निकाल दिया। पीड़ित पत्नी ने पहले हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जहां महिला की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के जज ने बिजनौर पुलिस को महिला की मदद करने का आदेश सुनाया। परेशान महिला ने पुलिस की मदद ली। महिला की मदद के लिए बिजनौर पुलिस बुलडोजर के साथ महिला के ससुराल पहुंच गई और महिला को ससुराल में प्रवेश कराकर ही वापस लौटी। बिजनौर पुलिस ने महिला को सुरक्षा मुहय्या भी कराई ही जिससे आगे उसके साथ कोई अन्याय ना हो।
हल्दौर इलाके के हरिनगर गांव में रहने वाले हरी सिंह ने अपनी बेटी नूतन मलिक की शादी 1 मार्च 2017 को हिन्दू रीती रिवाज़ के तहत रोबिन के साथ की थी। लड़की के परिवारजनों के मुताबिक ससुरालिजनों ने कुछ दिनों तक लड़की को सही से रखा था। लेकिन थोड़े ही दिन बार 5 लाख कैश और बोलेरो गाड़ी की मांग करने लगे। दहेज की डिमांड पूरी न होने पर आरोपी पति रोबिन और उसके सास ससुर ने नूतन को मारपीट कर घर से निकाल दिया। इसके बाद नूतन को कोई रास्ता ना दिखा तो वह हाइकोर्ट जा पहुंची। कोर्ट ने नूतने के पक्ष में फैंसला सुनाते हुए जज ने आदेश दिया कि पीड़ित महिला अपने वैवाहिक घर में रहेगी।
साथ ही लोकल पुलिस सुरक्षा मुहैया कराईगी। ससुराल वालों ने बिजनौर कोर्ट के आदेश को भी नहीं मामना। जिसके बाद पीड़िता नूतन ने पुलिस की मदद की। हाइकोर्ट के पालन के तहत पुलिस पीड़ित महिला को साथ लेकर ससुराल पहुंची। लेकिन पुलिस प्रशासन की घंटों नोकझोक के बाद भी आरोपी पति और उसके परिजनों ने गेट नहीं खोला। तमाम फोर्स के बावजूद ससुराल वालों ने गेट नहीं खोला. काफी गहमा गहमी के बाद पुलिस को गेट तोड़ने के लिए बुलडोजर मंगाना पड़ा।
पुलिस ने सुरक्षा की प्रदान
बुलडोजर के डर के आगे ससुराल वालों ने तुरंत गेट खोल दिया और इस तरह पुलिस और बुलडोजर की मौजूदगी में पीड़ित महिला का ससुराल में प्रवेश हुआ। मजबूरन पुलिस के लिए ससुरालवालों ने बुलडोजर के खौफ के मारे गेट खोला। पुलिस ने पीड़ित महिला को ससुराल में छोड़कर बाकायदा सुरक्षा भी प्रदान कर दी है।