कोयले की महंगाई के कारण भट्टा उद्योग हुआ चौपट
संजीव गुप्ता, लव इंडिया, संभल। बहजोई रोड पर भट्ठा एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मुकेश सिंघल के यहां एक जिला बैठक का आयोजन हुआ और सभी भट्टे वाले एकत्र हुए जिसमें कोयले की महंगाई के कारण अगले वर्ष में भट्टो को बंद करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में जिला अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने कहा की सरकार के द्वारा जो पहले 5 परसेंट जीएसटी लगती थी वह आज 12 परसेंट हो गई है जो कोयला पहले ₹10000 आता था। वह आज ₹27000 आ रहा है। ऐसे में भट्टा उद्योग बंदी के कगार पर है और बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बालाजी ईट उद्योग के मालिक अमित वार्ष्णेय ने कहा की हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा रोजगार देने का काम भट्टो का है। एक भट्टे पर 400 मजदूरों को रोजगार दिया जाता है और 70000भट्टे है क्योंकि कोयले की महंगाई और जीएसटी की दर ज्यादा होने के कारण यह उद्योग अब खतरे में आ गया है। सब चीजों की महंगाई के कारण ईंट के रेट नहीं बढ़ पा रहे हैं, ऐसे में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अपनी पूंजी बचाने के लिए हमें यह उद्योग मजबूरी में बंद करना पड़ेगा।
इस बैठक में डॉ जाकिर खान, लाला महेश, राहत अली ,बिन्नू, आस मोहम्मद, मुनव्वर खान मनोज कुमार हाजी सबीउद्दीन ,सऊद ,हाजी तहसीन, कयूम ,आरिफ एडवोकेट, राजा, महेंद्र प्रधान ,अंकुश जंडेल सिंह आदि सम्मिलित रहे। बैठक का संचालन हाजी फारुख खान तथा अध्यक्षता मूलचंद वार्ष्णेय ने की।