हज़रत मौला अली मुश्किल कुश की यौमे पैदाइश के मौक़े पर संभल से स्टे मंडी किशन दास सराय मे जुलुस का आयोजन किया गया, नात ख्वानी, मनकबत के नज़राने पेश करने के बाद जुलुस का शुभारम्भ इमाम बाड़े से किया गया, उक्त जुलुस मेने रोड, अली सराय, हसन नगर से अली मुतक्की मियां की दरगाह मार्ग होता हुआ वापस इमाम बाड़े पर पहुंचकर सम्पन्न हुआ, जुलुस मे अली लिखी हुई झाँकियां तथा खाना ए काबा की तैयार की हुई झांकी अकीदत का माहोल बरपा करती नज़र आयी।
पुलिस सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहे, जुलुस के आगे व पीछे पुलिस के जवान चलते नज़र आये तो वहीं मौला अली के अकीदतमंद हाथों मे परचमे हज़रत अली थामकर लहराते हुए चलते रहे, हर कोई मौला अली ज़िंदाबाद के नारे लगाकर मोहब्बते अली का पैगाम देते रहे, इसके साथ ही लोगों के हाथों मे जिस तरह परचमे हज़रत अली नज़र आया इसी तरह देश प्रेम की अलख जगाता हुआ राष्ट्रीय झंडा तिरंगा भी लोग हाथों मे थाम कर चलते नज़र आये सेकड़ों की संख्या मे लोगों ने जुलुस मे शिरकत की इस मौक़े पर मोहम्मद ताईफ, मोo असद, मोo मारीफ, सरताज प्रधान, अरशद प्रधान, मोo शमसीर, मोo नूरा, मोo राहिल, आशकार आदि रहे।