National Voluntary Blood Donation Day: रक्तदान करने से कैंसर का खतरा हो जाता कम
लव इंडिया, बरेली। हर साल दिन 1 अक्टूबर को भारत में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य देश भर में सभी लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक करना है। उन लोगों को रक्त देने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करना है जो स्वस्थ्य होने के बाद भी रक्तदान में रुचि नहीं ले रहे हैं। राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर आईएमए हाल में डॉक्टरों ने रक्त दान किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन शिविर में सभी रक्तदाताओं ने बढ़ चढ़ कर हिसा लिया और 199 यूनिट रक्तदान हुआ।रक्तदाताओं के उत्साह वर्धन के लिए एक सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया था जिसमे सभी रक्तदाताओं ने अपनी सेल्फी भी खिंचाई। आई एम ए अध्यक्ष डॉ विनोद पागरानी ने कहा है कि 1 अक्टूबर को आई एम ए में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के रूप में मनाया गया।
इस मुहिम को शुरू करने का श्रेय डॉ जे जी जॉली को जाता जो कि पी जी आई चंडीगढ़ में प्रोफेसर थे।1 अक्टूबर को उनके जन्मदिवस के रूप में भारत मे इसे मनाया जाता है। एक यूनिट रक्त से प्लेटलेट, पीआरवीसी और प्लाज्मा मिलता है जो आवश्यकता अनुसार मरीज को चढ़ाया जाता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्लेटलेट है, साथ ही यहां लाइव डोनर का महत्व भी अधिक है जो सीधा ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान करता है।
सचिव डा. गौरव गर्ग ने बताया कि 18 से अधिक आयु के लोग जिनका वजन 50 किलोग्राम से अधिक है वह रक्तदान कर सकते हैं। नियमित अंतराल यानी तीन महीने बाद रक्तदान करते रहने से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है और रक्तदाता को हृदयाघात की संभावना नहीं रहती। नियमित रक्तदान करने से कैंसर सहित अन्य बीमारियाें का खतरा भी कम हो जाता है।
सचिव डॉ गौरव गर्ग, कोषाध्यक्ष डॉ सचिन अग्रवाल, ब्लड बैंक चेयरमैन डॉ रवि मेहरा, अध्यक्ष निर्वाचित 2023-24 डॉ राजीव गोयल, ब्लड बैंक निदेशक डॉ अंजू उप्पल,डॉ पारुल प्रिया, डॉ जे पी सेठी, पी आर ओ डॉ निकुंज गोयल,उपाध्यक्ष डॉ लतिका अग्रवाल, डॉ मनोज अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ रावीश अग्रवाल, डॉ विवेक मिश्रा,डॉ आर पी गंगवार, डॉ अनूप आर्या, डॉ अनुजा सिंह,डॉ ऋतु राजीव, डॉ मुक्ता पागरानी, डॉ कोदेशिया,डॉ ललित पागरानी, डॉ मधु गुप्ता, डॉ कामेंद्र मौजूद रहे।